Menu
blogid : 1944 postid : 21

कविता और कवि ……..!

kranti
kranti
  • 19 Posts
  • 29 Comments

जीवन मेरी एक कविता हैं …!
अभिलाषा हैं , तो पढ़ लेना
नीरसता का सागर हे , ये
हो सके तो प्रतिमा गढ़ लेना ….!

हैं किसके पास वक़्त यहाँ,
कवि की बातो को समझ सके..!
हैं किसकी अभिलाषा ऐसी ,
नीरसता में गोते लगा सके…!

मैं सत्य हमेशा दिखलाता …!
हो सके तो सत्य समझ लेना,
जीवन मेरी एक कविता हैं …!
अभिलाषा हैं , तो पढ़ लेना…….!

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh